माननीय निखिल वागले, चौधरी सर और असीम सरोदे पर हमले के खिलाफ जनता का विरोध!!! उन्होंने पोस्ट में ये बात कही. कई लोगों ने वीना की पोस्ट पर कमेंट कर विरोध जताया तो कुछ ने उन्हें अपनी बात न कहने की सलाह दी.
असल में क्या हुआ था? यह मामला क्या है?
कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा की थी. इसे लेकर निखिल वागले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी की आलोचना की. नाराज बीजेपी ने ‘निर्भय बानो’ की बैठक में खलल डालने की चेतावनी दी थी. बैठक के लिए निकल रहे वागले की कार को खंडूजीबाबा चौक पर रोका गया. कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर पथराव किया; अंडे भी फोड़े. इसके बाद दांडेकर पूल इलाके में वागले की गाड़ी पर भी हमला किया गया. कार के आगे और पीछे के शीशे टूट गए। खबरें हैं कि स्याही फेंककर कार को नुकसान पहुंचाया गया है. कितना नजरअंदाज करोगे?
इसी बीच एक स्थानीय कार्यकर्ता ने शिवसेना उद्धव बालासाहेब पार्टी के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर की गोली मारकर हत्या कर दी. नागरिकों का कहना है कि अपराधियों को प्रश्रय दिया जा रहा है. इस पर एक्ट्रेस अनघा भगारे का रिएक्शन भी चर्चा में रहा. ऐसी खबरें बेहद परेशान करने वाली होती हैं, आप कितना नजरअंदाज करेंगे? उसने ऐसा कहा था.