कंपनी ने सभी 8 कंपनियों की रेटिंग की पुष्टि की है और जिन कंपनियों की रेटिंग आउटलुक में बदलाव किया गया है उनमें अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL), अदानी ग्रीन एनर्जी रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप (AGEL आरजी-1), अदानी ट्रांसमिशन स्टेप-वन लिमिटेड (ATSOL) और शामिल हैं। अदानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (AEML) शामिल हैं।
अदाणी समूह की जिन कंपनियों की रेटिंग का परिदृश्य अपरिवर्तित रहा उनमें अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ग्रुप (AGEL आरजी-2), अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड लिमिटेड ग्रुप 1 (AESL RG1), कंटेनर टर्मिनल्स प्राइवेट लिमिटेड, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड और अदाणी इंटरनेशनल शामिल हैं।
रेटिंग में सुधार क्यों?
मूडी के फैसले से कुछ हफ्ते पहले, एक अन्य रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने अदानी पोर्ट्स और अदानी इलेक्ट्रिसिटी के क्रेडिट आउटलुक को ‘नकारात्मक’ से घटाकर ‘स्थिर’ कर दिया था। पिछले साल मूडीज ने फरवरी 2023 में अडानी समूह की कुछ कंपनियों की रेटिंग डाउनग्रेड कर दी थी और रेटिंग एजेंसी ने इन कंपनियों के लिए पूंजी की उपलब्धता और लागत में संभावित वृद्धि को देखते हुए यह फैसला लिया था।
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट जारी होने के बाद ग्रुप की कंपनियों को लेकर यह फैसला लिया गया है। रिपोर्ट में अडानी समूह की शासन व्यवस्था के बारे में चिंता जताई गई और इसके बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में तेजी से गिरावट आई, जिससे कंपनी का बाजार मूल्य काफी कम हो गया।
हिंडेनबर्ग रिपोर्ट ने मूड बदल दिया
पिछले साल अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें ग्रुप पर कर्ज और शेयर की कीमत में हेराफेरी समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसके बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में सुनामी आ गई और इसी बुरे दौर में मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने ग्रुप की कंपनियों का आउटलुक नकारात्मक कर दिया। हालाँकि, अब संगठन ने अपना दृष्टिकोण स्थिर कर लिया है और उम्मीद है कि अमेरिका की इस खबर का कंपनियों के शेयरों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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