रवि जाधव ने हाल ही में महाराष्ट्र टाइम्स ऑनलाइन को इंटरव्यू दिया। ‘ताली’ में इतने सारे मराठी कलाकार क्यों हैं, इस पर बात करते हुए रवि जाधव ने कहा, ‘जब हम ‘सामना’ फिल्म देखते थे तो श्रीराम लागू और नीलू फुले की जुगलबंदी देखना बहुत मजेदार लगता था। जब इसे ऐसे महान अभिनेताओं द्वारा प्रस्तुत किया जाता है तो यह कला का एक महान नमूना है। अब इस रोल के लिए सुष्मिता को फाइनल कर लिया गया। फिर हमें सुष्मिता के सामने ऐसे लोगों को लाना चाहिए जिनके साथ काम करने में उन्हें मजा आए, जब उनके सामने वाला कलाकार उतनी आत्मीयता से काम करेगा तो वह भी उतनी ही लगन से काम करेंगी। उनके जैसा अभिनय करने वाला अभिनेता होना जरूरी था।’
आगे बोलते हुए रवि जाधव ने कहा, ‘और मराठी कलाकारों के साथ ऐसा कैसे होता है कि जब वो इतनी बड़ी जगह या अलग माहौल में जाते हैं तो थोड़ा फीके पड़ जाते हैं लेकिन जब कैमरा स्टार्ट होता है तो उनके जैसा कोई नहीं होता. वह एक्टिंग में हर किसी से आगे निकल जाते हैं। तो इन दिग्गज कलाकारों को लिया गया और फायदा यह हुआ कि हर सीन के बाद सुष्मिता मेरे पास आती थीं और कहती थीं कि सर आपने क्या कास्टिंग की है। अद्भुत वह उन कलाकारों को जाकर बताती भी थी. उनकी सराहना करें. तो ‘ताली’ में मराठी कलाकार हैं।’ इसके साथ ही उन्होंने इस इंटरव्यू में अपनी पूरी जर्नी का खुलासा किया है.